गिरडीह, अप्रैल 15 -- झारखंडधाम, प्रतिनिधि। शाली नदी का जर्जर पुलिया खतरे को आमंत्रण दे रहा है। वैकल्पिक मार्ग के अभाव में शाली, कुसैया, हरीलवातरी, बलिडीह, मण्डीटांड़, जरसोती, पिंडरसोत, भोलापुर,नईटांड़ सहित दर्जनाधिक गांवों के लोग शाली नदी के जर्जर पुल से होकर गुजरने को विवश है। बता दें कि शाली नदी पर पुलिया का निर्माण कार्य 1980 के दशक में तत्कालीन विधायक बलदेव हाजरा के कार्य काल में लगभग ढाई लाख के लागत से हुआ था। इस पुलिया का सीलिंग धंसता जा रहा है। कहा जा रहा है कि नदी में मछली पकड़ने की कोशिश में कतिपय लोगों द्वारा पुलिया के पाए के नीचे से बालू हर साल हटाया जाता है। जिसके चलते पुलिया धंसने लगी है। पाया के समीप खुदाई करने से पुलिया कमजोर हो गया है, जिससे वह नीचे की और दबता गया। बहरहाल पुलिया से होकर चार पहिया वाहन खतरा मोल लेकर गुजरती ...
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