उन्नाव, अगस्त 13 -- उन्नाव, संवाददाता। जर्जर इमारतों केऔ सर्वे बाद भी इनके ध्वस्तीकरण की कार्यवाई कानूनी दाव पेंच में उलझी है। नगर परिषद जानकारी के बावजूद इन जर्जर इमारतों में रहने व व्यापार करने की अनुमति देता है। यह जानते हुए भी की जर्जर इमारत ढही तो हादसे में कई शिकार हो सकते है। शहर क्षेत्र में स्थित 147 पुरानी इमारतें (जर्जर भवन) बारिश में गिरने का खतरा बढ़ गया है। बारिश में भवनों का कोई न कोई हिस्सा टूटकर गिरता रहता है। जर्जर भवन कभी भी बड़े हादसे की वजह बन सकते हैं। हालांकि एक साल पहले 2024 में नगर पालिका परिषद ने ध्वस्तीकरण के लिए भवन स्वामियों को नोटिस दी थी, लेकिन मामला ठंडे बस्ते में है। अब नगर पालिका इन जर्जर भवनों पर कार्रवाई के लिए यूएसडीए (उन्नाव- शुक्लागंज विकास प्राधिकरण) की जिम्मेदारी बता रहा है। वहीं प्राधिकरण नगर पालिक...