मोतिहारी, दिसम्बर 16 -- रक्सौल,एक संवाददाता। देश को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लक्ष्य के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान और इसके महत्वपूर्ण घटक निक्षय मित्र योजना को रक्सौल में ज़ोरदार समर्थन नहीं मिल पा रहा है। सामुदायिक सहयोग की कमी के कारण क्षेत्र के 100 से अधिक सक्रिय टीबी मरीज़, जिनमें मल्टी-ड्रग रेजिस्टेंस (एमडीआर) और बाल चिकित्सा मरीज़ भी शामिल हैं, ज़रूरी पोषण सहायता (न्यूट्रिशन किट) से वंचित हैं। पोषण क्यों ज़रूरी : टीबी रोग से लड़ने और दवाइयों के असर को बढ़ाने के लिए मरीज़ों को उच्च पोषण वाले आहार की सख्त ज़रूरत होती है। निक्षय मित्र योजना इसी आवश्यकता को पूरा करने के लिए लाई गई थी। रक्सौल स्थित यक्ष्मा केंद्र के सीनियर ट्यूबरकुलोसिस सुपरवाइजर, दीपक कुमार सिंह ने चिंता जताते ...
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