नई दिल्ली, सितम्बर 26 -- बड़े हो रहे बच्चों के जज्बात समझना हो या शादी जैसे रिश्ते के लिए खुद को तैयार करना, जीवन के हर पड़ाव पर नई-नई चुनौतियां आती ही रहती हैं। इस दौरान अपने दिल और दिमाग को समझाना यकीनन बहुत मुश्किल होता है। ऐसे में जरूरत होती है, तो एक विश्वसनीय स्रोत की, जो आपके दिल की उलझन भी दूर करे और आपको आगे का सही रास्ता तय करने में मदद करे। इस कॉलम के जरिए हम आप तक पहुंचा रहे हैं, एक्सपर्ट के जवाब, जो आपको एक नया और सुलझा हुआ नजरिया देने में मदद करेंगी। 1) मेरी 16साल की बेटी है। उसे लेकर मैं बहुत परेशान हूं। वो बहुत जिद्दी है। बात-बात पर गुस्सा करती है। जब उसे भूख लगती है, तो घर में बने खाने की जगह वो बाहर से खाना मंगवाकर खाती है। किसी भी चीज पर अगर उसे कोई टोके, तो वह बहस करने लगती है। मैं इस बात को लेकर काफी परेशान हूं कि उसक...
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