मुजफ्फरपुर, मई 25 -- मुजफ्फरपुर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। अनिरुद्धाचार्य महाराज ने शनिवार को अपने प्रवचन में कहा कि पैसे जरूरत पूरी करने के लिए कमाना चाहिए। इच्छाएं तो रावण की भी पूरी नहीं हो पाई। राजा दशरथ और कंश तक की इच्छा अधूरी रह गई। धर्म से कमाए हुए पैसे से जरूरत पूरी करनी चाहिए। भ्रष्टाचार से कमाए पैसे अधर्म कहलाता है। वह टिकता नहीं। अनिरुद्धाचार्य राधा नगर पताही चौसीमा मधुबनी न्यू फोरलाइन के पास जारी दस दिवसीय विष्णु महायज्ञ में प्रवचन कर रहे थे। रविवार को प्रवचन स्थिगित रहेगा। हालांकि भजन-कीर्तन और अन्य धार्मिक कार्यक्रम चलेगा। सोमवार से कथा फिर निर्धारित समय से जारी रहेगी। शनिवार को कथा के दूसरे दिन अनिरुद्धाचार्य महाराज ने कहा कि जब इंसान की मुत्यु होती है तो उनकी अभिमान अंत्येष्ठी के राख में विलिन हो जाती है। उनके घर वाले 50 रुप...
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