दुमका, मार्च 8 -- जरमुंडी, प्रतिनिधि। जरमुंडी प्रखंड के बांधडीह गांव में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन कथावाचक संजयानंद झा ने जीवन में हरिनाम संकीर्तन का महत्व समझाया। उन्होंने बताया कि जीवन रुपी नैया को पार करने के लिए राधा-कृष्ण नाम ही एक सहारा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान दौर में ऐसा कोई मनुष्य नहीं है जो दुखी नहीं है लेकिन, इसका मतलब यह नहीं होता है कि हम भगवान का स्मरण करना ही छोड़ दे। जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहेंगे राधा-कृष्ण नाम का स्मरण करने मात्र से हरेक विषम परिस्थिति को पार किया जा सकता है। लेकिन अमूमन सुख हो या दुख हम भगवान को भूल जाते हैं। दुखों के लिए उन्हें दोष देना उचित नहीं है। कथा व्यास ने शिव पार्वती विवाह प्रसंग पर प्रकाश डाला। कहा कि नारदमुनि भगवान शिव एवं पार्वती विवाह का रिश्ता लेकर आए थे। उनकी माता इसके खिलाफ...