जयपुर, अक्टूबर 11 -- राजस्थान की स्वास्थ्य प्रणाली की तस्वीर इस समय बेहद चिंताजनक है। हाल ही में सामने आई CAG की परफॉर्मेंस ऑडिट रिपोर्ट (2016-22) ने राज्य सरकार के 'हेल्थ मॉडल' की हकीकत सबके सामने रख दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ की भारी कमी ने पूरे सिस्टम को कमजोर कर दिया है। ऑडिट के आंकड़े बताते हैं कि राज्य में डॉक्टरों के 35.5%, नर्सों के 18.5% और पैरामेडिक्स के 55.8% पद खाली हैं। जयपुर की हालत सबसे खराब है-यहां 65.61% पद खाली पड़े हैं। इसके बाद बारां (49.11%) और जालोर (43.12%) आते हैं। बाड़मेर, जोधपुर और बीकानेर जैसे रेगिस्तानी जिलों में नर्सिंग स्टाफ की कमी 30-33% तक पाई गई। ग्रामीण और दूरदराज इलाकों में स्थिति और भी भयावह है। राजस्थान के PHC (प्राथमिक स्वास्थ...
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