जयपुर, अक्टूबर 29 -- गुलाबी नगर में इंसान और जानवर का रिश्ता अब डर की सरहद पर खड़ा है। राजधानी जयपुर में कुत्तों के काटने के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। आंकड़े बताते हैं कि हर महीने औसतन 680 से अधिक लोग डॉग बाइट का शिकार हो रहे हैं, जबकि पिछले साल यह संख्या करीब 500 प्रति माह थी। यानि एक साल में मामलों में 36% से ज्यादा इजाफा हुआ है। नगर निगम की ओर से वर्षों से श्वानों की बर्थ कंट्रोल योजना चलाई जा रही है, लेकिन इसका असर अब सीमित क्षेत्रों तक ही सिमट गया है। शहर के बीचोंबीच तो कुछ नियंत्रण हुआ है, मगर आउटर कॉलोनियों, कस्बों और गांवों में कुत्तों की तादाद बेतहाशा बढ़ी है। यही वजह है कि इन इलाकों में डॉग बाइट की घटनाएं भी रफ्तार पकड़ रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यही रफ्तार रही, तो आने वाले सालों में ये आंकड़े दोगुने तक पहुंच सकते है...