जयपुर, अगस्त 4 -- जयपुर शहर की दिल धड़काने वाली गलियों में अब मौत की सरसराहट है। हवेलियों के शहर में जर्जर इमारतें अब महज विरासत नहीं, जान का खतरा बन चुकी हैं। नगर निगम ने आखिरकार उन दीवारों को गिराना शुरू कर दिया है, जो अब सिर्फ ईंटों का बोझ हैं और इंसानी जिंदगियों के लिए ticking time bomb। सोमवार सुबह जब लोग चाय की चुस्कियों में मशगूल थे, नगर निगम की टीमें बुलडोजर लेकर चांदपोल, त्रिपोलिया और मानसरोवर की तंग गलियों में दाखिल हुईं। मकसद साफ था जिन मकानों को बार-बार चेतावनी दी गई, अब उन्हें गिराकर ही दम लेना है। शहर में कुल 126 ऐसे जर्जर भवन चिह्नित किए गए हैं, जिनमें से 48 तो ऐसे हैं जो कभी भी भरभराकर गिर सकते हैं। मनिहारी रास्ता हो या खेजड़ों का रास्ता, इन पुराने मोहल्लों में जहां कल तक लोग पीढ़ियों से किराए पर रह रहे थे, वहां अब इमारतें...
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