जयपुर, अक्टूबर 21 -- जयपुर की सर्द सुबह में जब भट्टा बस्ती के कब्रिस्तान से बच्चों के रोने की आवाजें उठीं, तो इलाके में सनसनी फैल गई। कब्रिस्तान. जहाँ आमतौर पर खामोशी और डर का साया रहता है, वहां सात नन्हें बच्चे किसी अनजाने खौफ से कांप रहे थे। चेहरे पर धूल, आंखों में डर और होंठों पर खामोशी-मानो किसी दर्दनाक कहानी के गवाह बन गए हों ये मासूम। 20 अक्टूबर की सुबह करीब 8 बजे स्थानीय लोगों ने देखा कि कब्रिस्तान के किनारे कुछ बच्चे सिकुड़े हुए बैठे हैं। कुछ कांप रहे थे, कुछ बस रोए जा रहे थे। डर इतना था कि कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं। लोगों ने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। कुछ ही मिनटों में भट्टा बस्ती थाना पुलिस और चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की टीम मौके पर पहुंची। जो दृश्य सामने था, उसने सभी को झकझोर दिया। सातों बच्चे बिहार के थे-...
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