नई दिल्ली, जुलाई 4 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। जम्मू-कश्मीर को रणनीतिक लिहाज से अलग-अलग जोन में बांटकर पूरे सूबे की सुरक्षा को पुख्ता बनाने और घुसपैठ रोकने की रणनीति पर लगातार काम हो रहा है। जम्मू पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है क्योंकि कश्मीर में अपेक्षाकृत पहले से ही ज्यादा तैनाती है। एक अधिकारी ने कहा, पहलगाम घटना के बाद रणनीतिक तैनाती का काम तेज किया गया है और जहां-जहां सेंधमारी की आशंका है, वहां पर तैनाती को कई दृष्टि से व्यवस्थित किया गया है। जिन इलाकों में सुरक्षा बल हर वक्त मौजूद नहीं हैं, वहां तकनीकी निगरानी सुनिश्चित करने का प्रयास हो रहा है। अधिकारी ने कहा कि योजना यही है कि आतंकियों को कहीं से भी आसान पहुंच न मिले। हालांकि, यह काफी मुश्किल काम है, क्योंकि भौगोलिक स्थिति के चलते सभी इलाकों में 24 घंटे निगरानी बहुत आसान नहीं है...