भागलपुर, दिसम्बर 7 -- झाझा,निज संवाददाता हालिया दिनों में ठंड में इजाफे का असर वैसे तो सभी तबकों पर पड़ रहा है। किंतु विशेषकर रेल के मुसाफिरों को शायद सबसे अधिक परेशानी उठानी पड़ रही है। ठंड का टॉर्चर बढ़ते ही रेलयात्रियों के लिए मुसाफिरी मुश्किलों का सबब बन गई है। खुले प्लेटफॉर्मों पर चहुंओर से आते ठंडी हवाओं के थपेड़ों के बीच टे्रन के इंतजार की घड़ियां काट पाना उनके लिए खासा मुश्किल हो जा रहा है। खासकर,रात वाली टे्रनों के मुसाफिरों के लिए तो इंतजार का वक्त मानों जानलेवा साबित हो रहा है। और....इसी बीच यदि टे्रन लेट हो गई तो फिर मुसाफिरों के लिए वह बढ़ता इंतजार 'कोढ़ में खाज' सरीखा तकलीफदायी बन जाता है। स्टेशन पर मिले रवि कुमार,वीरेंद्र कुमार,सुमन देवी आदि कई मुसाफिरों के अनुसार सर्द हवाओं के थपेड़े झेलने को मजबूर होने की एक वजह यह भी है कि झाझा ...