भागलपुर, सितम्बर 28 -- चन्द्रमंडीह निसं। आस्था व विश्वास का प्रतीक है गोला चकाई दुर्गा मंदिर। जहां होती हैं भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण। ज़ो भी भक्त सच्चे श्रद्धा व विश्वास के साथ माता रानी के दरबार में जाकर हाजरी लगाकर मन्नते मांगता है, गोला वाली दुर्गा मैया अवश्य पूरा करती है। प्रखंड का सबसे अति प्राचीन दुर्गा मंदिर है ज़ो गोला चकाई में स्थित है। ज़ो चकाई बाजार से महज चार सौ मीटर की दुरी पर स्थित है। मंदिर के इतिहास के बारे में बताया जाता है की यह मंदिर दौ सौ वर्ष से भी अधिक पुराना है ज़ो ब्रिटिश शासन काल से भी पूर्व का बना हुआ है। जानकार बताते हैं की शक्ति की आराधना के लिए चकाई कानूगो बंगला निवासी और बोंसी स्टेट के दीवान विष्णु प्रसाद द्वारा चकाई गोला पर शारदीय नवरात्र पर माता रानी का पूजा पाठ प्रारंभ कराया गया था तब यह मंदिर खपडेल नुमा मका...