इस्लामाबाद, अक्टूबर 7 -- आर्थिक संकट की चपेट में फंसा पाकिस्तान अब अपनी प्राकृतिक संपदा को बेचकर सांस लेने की कोशिश कर रहा है। देश ने हाल ही में अमेरिका को महत्वपूर्ण दुर्लभ खनिजों (रेयर अर्थ मिनरल्स) की पहली सैंपल खेप भेजी है। यह खेप एक ऐतिहासिक $500 मिलियन (करीब 4,200 करोड़ रुपये) के समझौते का हिस्सा है। लेकिन यह कदम पाकिस्तान की आंतरिक राजनीति में आग लगा चुका है। विपक्षी दल पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने इसे 'गुप्त सौदा' करार देते हुए सरकार पर राष्ट्रीय हितों की बलि चढ़ाने का आरोप लगाया है। क्या यह पाकिस्तान के लिए आर्थिक मोक्ष है या फिर एक और विदेशी निर्भरता का जाल? आइए, इसकी पूरी कहानी समझते हैं।दुर्लभ खनिज: पाकिस्तान का 'छिपा खजाना' जो दुनिया की नजरों में आया पाकिस्तान लंबे समय से अपनी खनिज संपदा को लेकर चर्चा में रहा है। विशेष...