नई दिल्ली, मई 31 -- आज यह बाम जिले के हर व्यक्ति के खूब पर है। ऐसा कोई यक्षेत्र वहीं जिसमें संलीष कुमार कर नहीं है। बसाय हो या समाजसेवा, परिवार को संगठित कर बलाना हो या गरीब कन्याओं की शादी करवान, सभी में लोग संतेग कुमार से सीनाने की बात कहते हैं। कैसे जमीन पर रहते हुए आसमान के सितारों को छूए यह कोई उनसे सीखे। अमूमन समाज में अग्रिम पंक्ति में पहुंचने के बाद लोग पीछे देखना भूल जाते हैं। लेकिन संतोष ऐसे व्यक्ति हैं कि उनसे कोई जुड़ गया तो उसे वह ताउम्र याद रखते हैं। वहीं अपने अतीत को याद रखते हैं और उससे सीखकर भविष्य गढ़ते हैं। व्यवसाय से लेकर सभी क्षेत्रों में उन्होंने ऐसा कर दिखाया है। 1997 में ही उन्होंने आदित्या ट्रेडिंग कंपनी की स्थापना की। यह कंपनी धान-गेहूं की खरीद बिक्री करती है। इसके बाद 2005 में शिक्षक के रूप में करियर शुरू करने व...