पीलीभीत, जून 12 -- पूरनपुर। बाघ की घेराबंदी में लगी टीम को उसके कहीं पर ही पदचिह्न वन विभाग की टीम को नहीं मिल पा रहे हैं। मचान बनाकर बाघ को ट्रैंकुलाइज करने की तैयारी भी चल रही है। बाघ की लोकेशन तलाशने के लिए अब ड्रोन का प्रयोग किया जा रहा है। इसके बाद भी हमलावर बाघ का कहीं कुछ पता नहीं चल पा रहा है। तीन जून को हजारा क्षेत्र के गांव शांतिनगर की रेशमा देवी को बाघ उस समय घर से शाम को उठा ले गया था जब वह नल पर कुछ काम के लिए गईं थी। ग्रामीणों ने महिला का शव जंगल से बरामद किया था। घटना को लेकर लोगों में काफी आक्रोश भी देखा गया था। इसके चलते शासन ने बाघ ट्रैंकुलाइज करने की अनुमति दी थी। इसके बाद दुधवा के एक्सपर्ट मौके पर लगे हुए है। घटना के बाद बाघ की सटीक लोकेशन नहीं मिल पा रही है। हालांकि इस दौरान घटनास्थल पर तेंदुआ की लोकेशन देखी गई थी। बा...