लखनऊ, मई 22 -- लखनऊ, वरिष्ठ संवाददाता। मऊ जिले की सदर सीट से सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी के विधायक अब्बास अंसारी पुलिस और सुप्रीम कोर्ट की आंख में धूल झोंक रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट से हुई सशर्त जमानत के बाद भी वह न्यायालय और पुलिस को सही जानकारी नहीं दे रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 21 मार्च को चित्रकूट जेल से उनकी सशर्त रिहाई होती है। उन्हें लखनऊ दारुलशफा स्थिति आवंटित आवास में रहने के आदेश दिए जाते हैं, पर वह रिहाई होते ही गायब हो जाते हैं। विधायक अब्बास अंसारी रिहाई के एक माह बाद 26 अप्रैल को सरकारी आवास पहुंचे। रिहाई के बाद 36 दिन वह कहां रहे? किससे मिले? इस बीच उनकी क्या गतिविधियां रहीं? इन सभी बिंदुओं पर कोर्ट और पुलिस को कोई जवाब अबतक नहीं दिया। इस तरह सप्रीम कोर्ट की सशर्त जमनात के आदेशों की अवहेलना की। लखनऊ पुलिस ने अपनी आ...