हिन्दुस्तान ब्यूरो, फरवरी 23 -- बिहार में साइबर अपराध की संख्या सिर्फ तीन वर्ष में दोगुनी हो गई है। तेजी से बदलती चुनौतियों से निपटने के लिए एएसआई (जमादार) से लेकर इंस्पेक्टर, डीएसपी एवं आईपीएस रैंक के अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसकी रूपरेखा को अंतिम रूप देने में ईओयू (आर्थिक अपराध इकाई) दे रहा है। इस बार साइबर अपराध से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए विशेष रणनीति तैयार की गई है। इसमें साइबर बुलिइंग (धमकाना), डिजिटल अरेस्ट, इंटरनेट कॉल खासकर विदेशों या गोल्डन ट्राएंगल के देशों से आने वाले ठगी से संबंधित कॉल की पहचान कर कार्रवाई करने की विशेष रूप से ट्रेनिंग दी जाएगी। इस ट्रेनिंग को अमलीजामा पहनाने के लिए अलग-अलग बैच बनाकर पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण दी जाएगी। साइबर अपराध के तेजी से बदले तमाम स्वरूपों को इसमें समाहित करते हुए...