जमशेदपुर, दिसम्बर 2 -- जमशेदपुर सहित पूरे कोल्हान में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। इसके असर से सांस, त्वचा रोग और आंखों से जुड़े मरीजों पर दवाओं का खर्च हर वर्ष 50 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि गाड़ियों की संख्या बढ़ना, सड़कों की खराब स्थिति, औद्योगिक इकाइयों में नियंत्रण की कमी और नालों के माध्यम से नदियों में गंदगी जाने से प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है। एमजीएम के मेडिसिन विभाग के चिकित्सक डॉ. मंगेश दोराई के अनुसार, अस्पताल में आने वाले कुल मरीजों में 15-20 प्रतिशत लोग सांस से संबंधित समस्याओं से पीड़ित होते हैं। शुरुआती अवस्था में ब्रोंकाइटिस और दमा जैसी समस्या रहती है, जबकि आगे चलकर सीओपीडी जैसी गंभीर स्थिति तक पहुंच जाती है। थोक दवा कारोबारियों के अनुसार एक इनहेलर लगभग 700 रुपये का आता है और सप्ताह भर चलता...