पटना, सितम्बर 13 -- लालू-राबड़ी युग की समाप्ति के बाद नीतीश कुमार ने 2005 से बिहार की सत्ता संभाली। अपने पांच साल के कार्यों से जनता की उम्मीदों पर खरे उतरे। इसका परिणाम हुआ कि 2010 में हुए विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए को अभूतपूर्व सफलता मिली। एनडीए ने राज्य की 85 फीसदी यानी 243 में से 206 सीटें जीत लीं। जनता ने उसके पक्ष में एक तरफा निर्णय सुना दिया। इसके पहले ऐसी जीत किसी गठबंधन को नहीं मिली। इस 15वीं विधानसभा में एनडीए की सीटों में पिछली बार की तुलना में भारी वृद्धि हुई। उसे पहले की अपेक्षा 63 सीटें अधिक मिलीं। भाजपा को 36 तो जदयू को 27 सीटों का लाभ हुआ। उधर, राजद और कांग्रेस का सफाया हो गया। राजद की भारी फजीहत हुई और पार्टी केवल 22 सीटों पर सिमट गयी। उसे 32 सीटों का नुकसान हुआ। पिछली बार उसे 54 सीटें मिली थीं। क...