नई दिल्ली, जून 15 -- इजरायल ने ईरान के पारस गैस फील्ड फेज 14 की एक बड़ी रिफाइनरी पर ड्रोन अटैक कर दिया। ड्रोन हमले के बाद रिफाइनरी में भयंकर आग लग गई। चारों ओर धुआं ही धुआं दिखाई देने लगा। ईरान की यह रिफाइनरी बेहद अहम मानी जाती है। आग लगने की वजह से प्रोडक्शन रोक दिया गया। इस हमले से स्थानीय सप्लाई चैन बाधित होने का खतरा बना हुआ है। दुनियाभर के सबसे अमीर देशों में शामिल कुवैत में कभी सद्दाम हुसैन ने तेल के कुओं में आग लगवा दी थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक हुसैन ने कम से कम 600 तेल के कुओं को आग लगवाई थी। इसके बाद तबाही का मंजर 9 महीने तक बना रहा। इस आग को बुझाने में 9 महीने का समय लग गया। साल 1991 में कुवैत में हाल यह हो गया था कि धुएं के आगे सूरज नहीं दिखाई देता था। लोगों की जिंदगी दुश्वार हो गई। 2 अगस्त 1990 को इराक के राष्ट्रपति सद्दाम हुसै...