नई दिल्ली, अगस्त 4 -- आदिवासियों के मसीहा, दिशोम गुरु के नाम से प्रसिद्ध झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का 81 साल की उम्र में निधन हो गया है। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। शिबू सोरेन का राजनीतिक सफर 68 साल लंबा था क्योंकि 13 साल की उम्र में ही वह धनकटी आंदोलन में सक्रिय हो गए थे। यह आंदोलन उस समय के महाजनों के खिलाफ था। धनकटी आंदोलन से सियासी सफर शुरू करने वाले शिबू सोरेने जीवन के अंतिम पड़ाव तक रुके नहीं। वह झारखंड के तीन बार मुख्यमंत्री बने और केंद्र में मंत्री भी रहे। बिहार के रामगढ़ में जन्मे शिबू सोरेन के पिता शोबरन सोरेन एक शिक्षक थे। उस समय सूदखोरों और महाजनों ने गरीबों का जीना हराम कर दिया था। वहीं शिबू सोरेन के पिता जागरूक और पढ़े लिखे थे। ऐसे में उन्होंने महाजनों का विरोध करना शुरू कर दिया। शोबरन के बढ़ते समर्थन की वजह...