नई दिल्ली, अप्रैल 22 -- ईसाइयों के सबसे बड़े धर्मगुरु पोप फ्रांसिस के निधन पर पूरी दुनिया में शोक की लहर है। पोप फ्रांसिस ने सोमवार को 88 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली। मंगलवार को वेटिकन ने घोषणा की है कि पोप फ्रांसिस का अंतिम संस्कार शनिवार 26 अप्रैल को सेंट पीटर बेसिलिका के सामने होगा। माना जाता है कि यह चर्च उनकी सबसे पसंदीदा चर्च है, जहां वह अक्सर जाते रहते थे। अपने परोपकारी स्वभाव के लिए जाने जाने वाले पोप फ्रांसिस की निजी जिंदगी शुरुआत से ऐसी नहीं थी। इतिहास के पहले लैटिन अमेरिकी पोप बनने से पहले उनका दिल टूट गया था।कैसा था युवा जीवन? कम लोग जानते हैं कि पोप फ्रांसिस के जन्म के समय उनका नाम जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो रखा गया। बचपन के बाद का ज्यादातर समय उन्होंने ब्यूनस आयर्स, अर्जेंटीना में बिताया। वह एक इतालवी प्रवासी परिवार में पले-...