नई दिल्ली, मई 2 -- कारगिल में मिली चोटें अब तक पाकिस्तान की नसों में जलन पैदा करती होंगी। मगर पाकिस्तान अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहा है। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के बाद जब भारत आतंक की कमर तोड़ने की तैयारी में जुटा है, तो पाकिस्तान फिर से बौखलाया हुआ है। घबराहट में दुश्मन देश ने युद्ध की धमकी दे दी, लेकिन उसे मालूम होना चाहिए कि अगर उसकी तरफ से दोबारा कोई नापाक हरकत की गई तो इस बार अंजाम उससे भी ज्यादा भयानक होगा। 1999 का कारगिल युद्ध भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी बड़ा फौजी टकराव था, जिसमें पाकिस्तान ने दोस्ती का दिखावा करते हुए पीठ में छुरा घोंप दिया। उस वक्त भारत के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अमन की कोशिशों में लगे थे, लेकिन उसी दौरान पाकिस्तान की सेना और घुसपैठियों ने ज...