नई दिल्ली, फरवरी 13 -- भारतीय सैनिकों ने प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध में जो वीरता दिखाई, वह इतिहास के पन्नों में अमर है। हजारों भारतीय जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी, लेकिन अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हटे। फ्रांस की धरती पर लड़े गए इन युद्धों में उनकी शौर्यगाथा आज भी प्रेरणा देती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने मार्सिले के मजार्ग युद्ध स्मारक पर जाकर इन वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। यह सम्मान भारत और फ्रांस के बीच ऐतिहासिक संबंधों को और मजबूत करता है।भारतीय वीरों ने दिया था बहादुरी का परिचय प्रथम विश्व युद्ध के दौरान 1914 में ब्रिटिश सेना को भारी नुकसान उठाना पड़ा, जिसके चलते भारतीय सैनिकों को यूरोप भेजा गया। लाहौर और मेरठ डिवीजनों के हजारों सैनिक फ्रांस पहुंचे और वहां की कड़ाके की ठंड, कीचड़ भ...