मुजफ्फरपुर, अक्टूबर 24 -- मुजफ्फरपुर अजय कुमार पांडेय। आज चुनावों में दल बदल आम है। नेता एक झटके में पोशाक से लेकर झंडा तक बदल लेते हैं। नेताओं की इस प्रवृत्ति पर प्रहार करने के लिए 1980 के चुनावों में शहर के जाने-माने कार्टूनिस्ट मथुरा प्रसाद ने गिरगिट नाम से राजनीतिक दल ही बना लिया था। हालांकि, इस नाम को चुनाव आयोग की मंजूरी नहीं मिली और इसके प्रत्याशी निर्दलीय माने गए थे। वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद कुमार बताते हैं कि आपातकाल के बाद 1977 के चुनावों में कांग्रेस को हराने के लिए कई नए दल बनने-बिगड़ने का सिलसिला शुरू हुआ। इसके साथ ही दलीय प्रतिबद्धताएं टूटने लगीं। 1977 में बनी गैर कांग्रेसी सरकार में भी दल बदल के कारण उथल-पुथल मचती रहती थी। इसी समय दल-बदल के बढ़ते चलन पर प्रहार करने के लिए मुजफ्फरपुर में एक नई पार्टी का गठन किया गया। शहर से प्र...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.