लखीमपुरखीरी, अक्टूबर 4 -- जन-जन के भगवान वाल्मीकि शिक्षा से शिखर तक कार्यक्रम आयोजित किया गया। बतौर मुख्य वक्ता सरदार स्वर्ण सिंह प्रान्त संघ चालक आरएसएस ने कहा कि वाल्मीकि की शिक्षा के महत्व को हमें अपने जीवन में लाने की आवश्यकता है। शिक्षा ही सफलता की कुंजी है। मुख्य अतिथि एमएलसी अनूप गुप्ता ने कहा कि हिन्दू सनातन आधार का स्तम्भ त्रिकाल दर्शी भगवान वाल्मीकि ने महाकाव्य रामायण की रचना की। शिक्षा के द्वारा ही डाक्टर अम्बेडकर ने भारतीय संविधान शिल्पकार विश्व में ज्ञान के प्रतीक कहे गये। विशिष्ट अतिथि डा. रामनरेश ने कहा कि भगवान वाल्मीकि करुणा के सागर थे। कार्यक्रम आयोजक चन्दन लाल ने कहा कि वाल्मीकि प्रकट दिवस को इस बार शिक्षा से जोड़ने का प्रयास किया गया है। करुणा फाउण्डेशन की अध्यक्ष डा. वैशाली के बताया कि इस बार वाल्मीकि प्रकट दिवस के अव...