नई दिल्ली, अगस्त 7 -- भाद्रपद मास की अष्टमी को जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इस साल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का आयोजन 16 अगस्त को होगा। 16 अगस्त को रोहिणी नक्षत्र नहीं मिल रहा है, लेकिन यह अगले दिन मिल रहा है, इसलिए व्रत का पारण अगले दिन रोहिणी नक्षत्र में होगा। आपको बता दें कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म रोहिणी नक्षत्र में हुआ था, जो इस साल जन्माष्टमी के अगले दिन सुबह 4.38 मिनट से मिल रहा है, जो 18 अगस्त को सुबह 3.17 मिनट तक रहेगा। जन्माष्टमी के पावन पर्व पर राधा-कृष्ण का पूजन किया जायेगा। इस दिन लोग व्रत रखते हैं और रात को चंद्रोदय के समय व्रत खोला जाता है। इस साल चंद्रोदय 11:17 बजे होगा। रात को मध्य रात्रि तक कान्हा जी का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। जो भक्त रोहिणी नक्षत्र में जन्माष्टमी मनाते हैं, वे 16 अगस्त की रात पूजा करेंगे और व्रत का पारण ...
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