नई दिल्ली, अगस्त 12 -- जन्माष्टमी के पावन पर्व का इंतजार हर कृष्ण भक्त को बड़ी बेसब्री से रहता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण पृथ्वीलोक पर अवतरित हुए थे। इस दिन पूरे देशभर में धूमधाम के साथ कान्हा का जन्मदिन सेलिब्रेट किया जाता है। मंदिरों में झांकियां सजती हैं और भोग के लिए ढेर सारा प्रसाद भी बनता है। आपने सुना होगा कि जन्माष्टमी पर भगवान श्री कृष्ण को 56 तरह के भोग अर्पित किए जाते हैं। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि 56 ही क्यों? आखिर इसमें ऐसा क्या विशेष है? दरअसल इससे जुड़ी हैं कई धार्मिक मान्यताएं, जो आपको जरूर जाननी चाहिए। साथ ही जानेंगे कि इन 56 भोगों में आखिर शामिल क्या-क्या होता है, ताकि जन्माष्टमी पर आप भी नंदलाल को 56 भोग का प्रसाद अर्पित कर सकें।आखिर क्यों लगाया जाता भगवान श्री कृष्ण को 56 भोग का प्रसाद? भगवान श्री क...