भभुआ, अक्टूबर 30 -- (नुक्कड़ पर चुनाव/दुर्गा चौक) रामगढ़। दुर्गा चौक की बैठकी लग गई है। हाथों में चाय का कुल्हड़ लिए मुराहू ने एक नजर सबको देखा। फिर एक घुंट चाय सुड़क कर बोले, का हो भावनाथ भइया। नया डरइबर हउव का, जे तोहार गाड़ी के धक्का देबे के पड़त ह। अइसे में परचार कइसे होई। हम्मर गाड़ी त बस बटमिया दबते रेस हो जात ह। भावनाथ बोले, आप अपने प्रत्याशी की रोजे पंक्चर हो रही गाड़ी की फिकर करो न, हमरे पीछे काहे पड़े हो। तभी बटेसर बोले उठे, दोनों जने फ्लॉप गोइयां हो। हमरे प्रत्याशी की तो चल निकली है। गाड़ी भी रेस है और पब्लिक भी हाथे-हाथे ले रही है। कब्बो नहावन हो रहा है, तो कब्बो जोखावन। सिक्के की खनक आउर किसिम-किसिम के फल से तरजुई पर बहार छा गई है। अब मंगरू से बर्दाश्त नहीं हुआ। बोले, जनता धुलाई सफाई कर रही है और तू समझ रहे हो कि किरपा छिरक रही है। अरे...