फर्रुखाबाद कन्नौज, जुलाई 6 -- फर्रुखाबाद, संवाददाता। मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में प्राप्त प्रार्थना पत्रों के निस्तारण में जिस तरह से लापरवाही बरती जा रही है उससे शासन सख्त हो गया है। राजस्व संबंधी समस्त प्रकरणों में लेखपाल से ही आख्या प्राप्त कर उसे अग्रसारित किए जाने को गंभीरता से लिया गया है। शासन का मानना है कि इससे अधिकांश समस्याओ का निष्पक्षता के साथ प्रभावी निस्तारण नही हो पाता है। मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव की ओर से आदेश जारी किए गए हैं कि जता दर्शन में राजस्व संबंधी सभी मामलों को नायब तहसीलदार से न्यून स्तर का कोई अधिकारी जांच नही करेगा। नायब तहसीलदार की ओर से अभिलेखीय और स्थलीय स्थिति को देखकर और शिकायतकर्ता को सुनकर विधि के अनुकूल निस्तारण की आख्या दी जाएगी। इस पर उपजिलाधिकारी की ओर से निर्णय लेकर समाधान कराने के बाद ही आख्...