रांची, सितम्बर 10 -- रांची, विशेष संवाददाता। रामकृष्ण मिशन विवेकानंद शैक्षणिक एवं अनुसंधान संस्थान (आरकेएमवीईआरआई), मोरहाबादी में बुधवार को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए), रांची की ओर से विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया। इस व्याख्यान का उद्देश्य झारखंड की आदिवासी जनजातियों में भगवान शिव के सांस्कृतिक और मानवशास्त्रीय महत्व का अन्वेषण करना था। मुख्य वक्ता मानवविज्ञानी डॉ कैलाश कुमार मिश्रा (नई दिल्ली) ने भारत और झारखंड की जनजातियों में भगवान शिव की पूजा, विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि धर्म के दो रूप हैं- विश्व धर्म और जनजातीय धर्म, जिसमें जनजातीय धर्म मूलतः धरती-आधारित धर्म है। इसी संदर्भ में शिव एक जनजातीय देवता के रूप में उभरते हैं। डॉ मिश्रा ने कहा कि जनजातीय अनुष्ठान, लोककथाएं और त्योहार शैव परंपरा की जीवंत परं...