नई दिल्ली, जून 4 -- नई दिल्ली। विशेष संवाददाता देश के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) बीआर गवई ने कहा है कि 'न्यायपालिका में भ्रष्टाचार और कदाचार की घटनाओं से जनता के भरोसे पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और इससे पूरी व्यवस्था की शुचिता में विश्वास कम हो सकता है। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका में जब भी भ्रष्टाचार और कदाचार के मामले सामने आए, शीर्ष अदालत ने उसे दूर करने के लिए तत्काल और समुचित उपाय किए। सीजेआई की ये टिप्पणी टिप्पणी इलाहाबाद उच्च न्यायालय के जज न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा पर भ्रष्टाचार के आरोपों की पृष्ठभूमि में आई है। वर्मा के दिल्ली स्थित आधिकारिक आवास से बड़ी मात्रा में नकदी बरामद की गई थी। ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट द्वारा 'न्यायिक वैधता और जनता का विश्वास विषय पर आयोजित गोलमेज सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने उच्च न्यायालय और सुप्र...