भोपाल, नवम्बर 22 -- पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पद छोड़ने के करीब चार महीने बाद शुक्रवार को एक सार्वजनिक कार्यक्रम में भाषण देते नजर आए। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आरएसएस के संयुक्त महासचिव मनमोहन वैद्य की लिखी किताब 'हम और यह विश्व' का विमोचन करने के बाद धनखड़ ने कई ऐसी बातें कहीं जिससे ठहाके गूंज उठे। धनखड़ ने अपने इस्तीफे की ओर इशारा करते हुए भी एक बात कही और फिर अंत में कहा कि समय की कमी की वजह से उनका गला पूरा खुल नहीं पाया। पूर्व उपराष्ट्रपति ने आरएसएस के विचारों और एक मजबूत राष्ट्र बनाने के दृष्टिकोण की प्रशंसा की। धार्मिक नेताओं और मीडिया से जुड़े जाने-माने लोगों की सभा को संबोधित करते हुए धनखड़ ने देश के भरोसे, सांस्कृतिक जड़ों और संस्थाओं की एकता को बनाए रखने की बात कही। संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने से कुछ घंटे पहले ही...