पूर्णिया, मार्च 22 -- बायसी, एक संवाददाता।रमजान के महीने में रोजेदारों ने तीसरे जुमा का नमाज मस्जिदों में नमाज अदा किया हैं। तीसरा जुमे को बायसी पश्चिम चौक तंजीमुल मुस्लमीन मदरसा बायसी के मस्जिद में काफी भीड़ देखी गयी। मौलाना हसनैन रजा ने कहा कि जकात हर मुसलमान पर फर्ज है। यह गरीबों की मदद करने का जरिया भी है। जकात फकीर को मालिक बना देने को कहते हैं। इसपर जरूरतमंदों का हक होता है। जब कोई माल के एक साल पूरा हो जाए तो उसकी जकात निकालना जरूरी होता है। इससे समाज अमीर और गरीबों के फर्क के बजाय एक रंग में रंग जाता है। समाज के संपन्न लोग गरीबों के दु:ख दर्द को महसूस करते हैं। जकात इस्लाम के पांच अरकानों में से एक है। इसकी रवायत इस्लाम में उम्मते मोहम्मदिया के वक्त से शुरू हुई । जकात से ही गरीबों का रमजान और ईद मनती है । जकात से हर किसी को आर्थिक ...