सिद्धार्थ, जुलाई 7 -- डुमरियागंज। क्षेत्र में मोहर्रम अकीदत के साथ आशुओं व सिसकियों के बीच रविवार को मनाया गया। हल्लौर कस्बा की सड़कें जहां सूनी रहीं वहीं घरों से या हुसैन या अली या अब्बास की सदाएं गूंजती रहीं। हर कोई गमजदा रहा और शहादत का मजर याद कर आंसू बहाए। इमाम बाड़ा व घरों में मजलिस के साथ नौहा मातम पूरा दिन हुआ। हाथों के मातम के अलावा जंजीर व कमा से मातम कर लोग खून से सराबोर हो गए। रविवार को मजलिस के बाद अंजुमन गुलदस्ता मातम व अंजुमन फरोग मातम के बैनर से नौहा पढ़कर मातमी जुलूस जुलजनाह के साथ निकाला गया। जो गांव के मुख्य मार्गों से होते हुए चौराहे पर पहुंचा। जहां हाथ के मातम संग जंजीर से पीठ व सिर पर कमा लगाकर ख़ून से सराबोर हो गये। मोहर्रम को लेकर चौक से दोपहर दो बजे ताजिया उठने लगे और शाम तक गांव के उत्तर दिशा में स्थित कर्बला में...