अल्मोड़ा, मार्च 24 -- रविवार रात सुअरों ने चनौदा, मनसारी नाला, रनमन, मनान, लोद घाटी, छानी, ताकुला बसोली में धान और आलू की खेती को तहस-नहस कर दिया। परेशान किसानों ने प्रशासन से मुआवजा देने और सुअरों के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है। पूर्व ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख ललित दोसाद ने बताया कि कड़ी मेहनत के बाद किसानों ने आलू की फसल बाई है। धान की फसल खड़ी करने में दिन-रात एक कर दिए, लेकिन जंगली सुअर किसानों की मेहनत पर पानी फेर रहे हैं। रविवार को सुअर के झुंड ने फसल को रौंद दिया। धान की खेती को तहस-नहस कर दिया। कहना है कि सरकार की ओर से जंगली सुअर और बंदरों की रोकथाम के लिए कोई कारगर उपाय नहीं किए जा रहे हैं। इस कारण किसान खेती से विमुख होने लगे हैं। उनका कहना है कि कृषि को बचाने के लिए गांव से जुड़े जंगली क्षेत्र में तारबंदी करनी चाहिए, जिससे क...