फरीदाबाद, फरवरी 10 -- फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता। अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले के स्टॉल नंबर 1181 पर्यटकों के विशेष आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। यह स्टॉल थीम राज्य बालासोर के महेश्वर परिदा की है। ओड़िशा के पत्थरों पर छेनी और हथौड़ी की मार से मूर्ति का स्वरूप दे रहे हैं। उनकी इस मूर्ति कला को वर्ष 2018 में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शिल्प गुरु अवॉर्ड से सम्मानित किया था। वहीं वर्ष 1994 में पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा ने राष्ट्रीय पुरस्कार दिया था। महेश्वर परिदा ने बताया कि वह 35 वर्ष से स्टोन कार्विंग और मॉडेलिंग का कार्य कर रहे हैं। यह कला उन्हें विरासत में मिली है। इनके पिता ने इन्हें इस कला में निपुण किया है। इसके अलावा बालासोर के लोगाें काे प्रशिक्षित भी कर रहे हैं। इसके लिए ओड़िशा सरकार ने बालासोर में प्रशिक्षण केंद्र बनाया हुआ ...