छुट्टा पशुओं से मिले आजादी, कस्बों की तरह हो गांव का विकास
संभल, अप्रैल 24 -- लोकसभा चुनाव का रण सजकर तैयार है। हर ओर चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। गांव-गांव में चुनावी चर्चाएं आम हो गई हैं। किसान, मजदूर और गरीब की नजरें राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों पर टिकी हैं। ग्रामीणों के मन में काफी सवाल हैं। कोई ऐसा आता जो, गांव की सड़कें, बिजली, आवारा पशुओं से फसलों का नुकसान आदि की समस्याओं का प्राथमिकता के तौर पर समाधान कराता। इस उम्मीद के साथ ही ग्रामीण वोट करने की बात कह रहे हैं। हिंदुस्तान के आओ राजनीति करें कार्यक्रम के तहत मंगलवार को ग्राम चितौरा में ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया। इसमें ग्रामीणों ने कहा कि चुनाव में वह अपने वोट के अधिकार से पीछे नहीं हटने वाले हैं। क्योंकि उनकी समस्याएं उनके सही वोट से ही हल होंगी। समस्याओं पर सभी की सोच एक समान ही है। किसान अपनी फसल की बर्बादी का हिसाब चाहता है तो, छ...
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