लखनऊ, सितम्बर 24 -- लखनऊ, प्रमुख संवाददाता राज्य सरकार ने प्रदेश भर के छुट्टा गोवंशों के भरण-पोषण के लिए दो अरब 50 करोड़ रुपये की धनराशि वर्तमान वित्तीय वर्ष में स्वीकृत किए हैं। तृतीय किश्त के रूप में स्वीकृत इस धनराशि का व्यय अस्थाई गोवंश आश्रय की स्थापना, संचालन व संरक्षित गोवंश के भरण-पोषण के लिए किया जाएगा। आवंटित धनराशि का उपयोग अधिकतम 50/-रुपये प्रतिदिन प्रति गोवंश की दर से किया जाएगा। इस संबंध में पशुधन विभाग द्वारा शासनादेश जारी कर दिया गया है, जिसमें पशुपालन निदेशक, प्रशासन एवं विकास को अस्थाई गोवंश आश्रय के सुचारू संचालन के संबंध में जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं। सरकार द्वारा निराश्रित, बेसहारा गोवंश के निराकरण के लिए प्रदेश के सभी ग्रामीण व शहरी स्थानीय निकायों यथा ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत, नगर पंचायत, नगर पाल...