रिषिकेष, अप्रैल 26 -- सहायक निदेशक शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने सभी प्रधानाचार्यों को छात्र नामांकन संख्या बढ़ाने पर पूरा ध्यान केंद्रित करने के निर्देश दिए। आज भारत को सभ्य बनाने के लिए संस्कारों की आवश्यकता है, ऐसे में संस्कृत पढ़नी जरूरी हो जाती है। शनिवार को सहायक निदेशक शिक्षा डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने पंजाब सिंध क्षेत्र साधु महाविद्यालय, नेपाली संस्कृत विद्यालय एवं भरत संस्कृत महाविद्यालय में आयोजित प्रवेशोत्सव में शिरकत की। उन्होंने नूतन प्रवेश हुए छात्र-छात्राओं को कॉपी एवं पेन प्रदान करते हुए कहा कि हमें सभ्य, नव्य और भव्य भारत की संकल्पना को साकार करना है, और उसके लिए देव वाणी संस्कृत में छात्रों की नामांकन संख्या वृद्धि करनी परम आवश्यक है, क्योंकि सभ्यता और संस्कृति संस्कृत के अध्ययन में ही छुपी हुई...