मुजफ्फरपुर, सितम्बर 25 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। पीजी फोर्थ सेमेस्टर की परीक्षा में विलंब का कारण पूछने पर परीक्षा नियंत्रक द्वारा छात्र मुकेश शर्मा का कॉलर पकड़ने और उसके साथ बदसलूकी के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। अब यह मामला राष्ट्रीय और राज्य मानवाधिकार आयोग के समक्ष पहुंच गया है। मानवाधिकार मामलों के अधिवक्ता एस.के.झा ने पूरे मामले को लेकर राष्ट्रीय और राज्य मानवाधिकार आयोग में दो अलग-अलग याचिका दायर की है। पीजी फोर्थ सेमेस्टर (सत्र 2023-25) की परीक्षा में विलंब के कारण सैकड़ों छात्र एसटीईटी परीक्षा देने से वंचित रह गये, जिससे उनका भविष्य संकट में पड़ गया है। यह परीक्षा जुलाई में ही हो जानी चाहिए थी, लेकिन परीक्षा नियंत्रक व विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही के कारण सितम्बर की समाप्ति तक भी परीक्षा नहीं हो सकी। परीक्षा में विलंब ...