गोरखपुर, जून 1 -- ईश्वर सिंह गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और सम्बद्ध महाविद्यालयों के वर्तमान और पूर्व लाखों छात्रों की जेब पर तगड़ा प्रहार किया है। विभिन्न मद में शुल्क ढाई से 10 गुना तक बढ़ा दिया गया है। यह रकम भी कोई छोटी-मोटी नहीं 5000 रुपये तक है। विश्वविद्यालय की वित्त समिति ओर कार्य परिषद ने इसे मंजूरी दे दी है। इसे मई महीने से लागू भी कर दिया गया है। शुल्क सुनकर अब किसी कागजात के लिए लेखा विभाग में रसीद कटवाने जा रहे छात्रों के होश फाख्ता हो जा रहे हैं। डीडीयू में अब तक यह व्यवस्था थी कि किसी छात्र का कितने भी पेपर में बैक हो, उसे 500 रुपये शुल्क जमा करना होता था। अब प्रति छात्र प्रति पेपर 500 रुपये शुल्क का प्रावधान किया गया है। इसी तरह हर सेमेस्टर में पंजीकरण में देरी पर अब तक 500 रुपये विलंब शुल्क लिया जाता थ...