हरिद्वार, मार्च 11 -- उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के शिक्षा शास्त्र विभाग एवं पंचगव्य समिति की होली और फूलदेई के उपलक्ष्य पर होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इसमें शिक्षा शास्त्री प्रथम वर्ष तथा द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में छात्रों ने होली पर प्राकृतिक रंगों के उपयोग को बढ़ावा देने की अपील की। छात्रों ने होली के पर्व से संबंधित लोकगीतों प्रस्तुत किए। छात्रों ने शिव के मन माही बसे काशी, जल कैसे भरूं जमुना गहर आदि लोकगीत गाये। छात्रों ने प्राकृतिक रंग लगा कर एक दूसरे को होली की बधाई दी गई। कार्यक्रम के अवसर पर प्रो. दिनेश चमोला ने छात्रों को होली की बधाई देते हुए बताया कि होली एक ऐसा पर्व है, जिसमें सभी जाती धर्मो के लोग भेदभाव को मिटा कर सद्भावना के रूप में मनाते है।

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