श्रीनगर, सितम्बर 7 -- गढ़वाल विवि के भूगोल एवं संस्कृत विभाग द्वारा ज्योतिष विधा में भूगोल एवं भौगोलिक परिवेश पर रविवार को विद्वत संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता हिमालय ज्योतिष संरक्षण एवं विकास परिषद क़े अध्यक्ष आचार्य भाष्करानन्द अणथ्वाल ने शोध छात्रों को ब्रह्माण्ड क़े उत्पति, सौर मण्डल, प्रकाश ग्रहों, ग्रह कक्षा, भचक्र, अक्षान्स देशांतर का कुंडली निर्माण में उपयोग, धूमकेतु, सूर्य क़े आस पास क़े ग्रह आर्यभट्ट प्रथम क़े बारे में अवगत कराया। प्रो. रामानन्द गैरोला ने ज्योतिष क़े वैज्ञानिक स्वरुप क़े बारे में बताया। शिक्षक एवं कथा व्यास डा. प्रकाश चमोली ने व्हाट्सएप पर मिलने वाले ज्योतिष ज्ञान से बचने का सुझाव दिया और ज्योतिष को राजपोषित विद्या के बारे में बताया। मौके पर परिषद क़े ज्योतिषाचार्य, रोटरी क्लब क़े अध्यक्ष व घंट...