पटना, जुलाई 4 -- विश्वविद्यालयों में छात्र-छात्राओं की संख्या के आधार पर अतिथि शिक्षकों की बहाली होगी। इसके पहले विश्वविद्यालयों में कुल स्वीकृत पद की रिक्ति के आधार पर ही अतिथि शिक्षक रखे जाते थे, लेकिन अब स्वीकृत पद की तुलना में विद्यार्थियों की संख्या अधिक है, तो इसी अनुपात में अधिक अतिथि शिक्षक रखे जा सकते हैं। औसतन 30 विद्यार्थी पर एक शिक्षक रखा जा सकता है। राज्य के पारंपरिक विश्वविद्यालयों और इससे जुड़े अंगीभूत महाविद्यालयों के लिए शिक्षकों के स्वीकृत पद वर्तमान में नामांकित छात्र-छात्राओं की तुलना में कम हैं। इसलिए वर्तमान में विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में नामांकित छात्र-छात्राओं के आधार पर अतिथि शिक्षक रखा जाएगा। इस मामले पर राजभवन और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के बीच भी चर्चा हो चुकी है। सभी विश्वविद्यालयों से विभिन्न विषयों में...
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