नैनीताल, अगस्त 1 -- नैनीताल, संवाददाता। डीएसबी परिसर के माता जियारानी महिला अध्ययन केंद्र में तीन दिवसीय कार्यशाला के अंतिम दिन शुक्रवार को छात्रों और महिलाओं को कुमाउनी रंगवाली पिछौड़ा बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही मार्केटिंग और जीआई टैग के बारे में भी बताया गया। कार्यशाला में छात्रों को ब्लॉक प्रिंटिंग और कलमकारी भी सिखाई गई। रंगवाली पिछौड़ा निर्माण कार्यशाला में भारतीय शहीद सैनिक स्कूल, मोहन लाल साह बालिका स्कूल, निशांत स्कूल और स्वयं सहायता समूहों ने प्रतिभाग किया। महिला अध्ययन केंद्र की संचालक किरन तिवारी ने बताया कि कलमकारी, ब्लॉक व स्क्रीन प्रिंटिंग तीन प्रकार से की जाती है। रंगवाली पिछौड़ा एक हस्तशिल्प कला है, जिसे हाथों से तैयार किया जाता है। पिछौड़ा के बीच में स्वास्तिक, शंख, सूरज और तारे बनाए जाते हैं। स्वास्तिक सकारात्मक...