मुरादाबाद, अक्टूबर 26 -- मुरादाबाद के मदरसा जामिया एहसानुल बनात में आठवीं कक्षा की छात्रा से वर्जिनिटी सर्टिफिकेट मांगे जाने के विवाद पर अब राजनीति भी तेज हो गई है। इस मामले में पूर्व सपा सांसद डॉ. एसटी हसन मदरॅसे के पक्ष में उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले को जबरदस्ती तूल दिया जा रहा है, जबकि सच्चाई कुछ और ही है। उन्होंने कहा कि यह झगड़ा मूल रूप से मियां-बीवी के बीच का है। पत्नी ने खुद अपने पति पर बेटी से अवैध संबंधों का आरोप लगाया है। ऐसे में अगर लड़की सात-आठ महीने तक मदरसे में रहती और उस दौरान कोई अप्रिय स्थिति (जैसे गर्भधारण) सामने आती तो मदरसे की बदनामी होती। इसी वजह से मदरसा प्रबंधन ने एहतियातन मेडिकल जांच की बात की थी। पूर्व सांसद के अनुसार मदरसे की नीयत छात्रा की बेइज्जती करने की नहीं थी बल्कि संस्था को किसी विवाद से बचाने की...