लखनऊ, जुलाई 30 -- एटीएस की एक टीम अवैध धर्मांतरण के आरोपी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर के फरार साथियों की तलाश में मुम्बई गई है। इन साथियों ने छांगुर की मुम्बई में काफी मदद की है। छांगुर ने जब कुछ लड़कियों को धर्मांतरण के लिए नीतू के साथ मुम्बई भेजा था, तब ये लोग ही हर समय साथ रहे। इनकी निगरानी में पीड़िताएं रही थी। इन फरार साथियों में तीन वो लोग भी हैं जो एफआईआर में नामजद है। एटीएस ने पांच जुलाई को बलरामपुर जिले के उतरौला, रेहरामाफी गांव निवासी छांगुर व उसकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन को गिरफ्तार किया था। इन दोनों ने धर्मांतरण से जुड़े कई राज खोले थे। जांच में ही पता चला था कि छांगुर ने अपने कुछ साथियों की मदद से मुम्बई में भी धर्मांतरण कराया है। कॉल डिटेल के आधार पर कुछ लोगों को चिन्हित किया गया था। ईडी ने जब 17 जुलाई को मुम्बई दिल्ली व लखनऊ में ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.