बलरामपुर, दिसम्बर 24 -- हर्रैया सतघरवा,संवाददाता। इसे व्यवस्था कहेंगे या फिर सरकारी सिस्टम। छह साल पहले स्वीकृत व एक साल पहले पूरा होने की समय सीमा निर्धारित महिला आईटीआई का संचालन हो पाना तो दूर अभी तक भवन ही अधूरा पड़ा है। करोड़ों खर्च होने के बावजूद बेटियों को तकनीकी शिक्षा से जोड़ने की मंशा अभी तक धरातल पर आकार नहीं ले सकी है। इसको लेकर आसपास के लोग व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि एक करोड़ रुपये लेकर कार्यदाई संस्था बैठ गई है। लेकिन शिकायत दर्ज कराने पर निर्माण कार्य चल रहा कि रिपोर्ट लगा दी जा रही है। लेकिन पूरा कब होगा। इसकी तिथि नहीं बताई जा रही है। वित्तीय वर्ष 2018-19 में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी पवन कुमार सिंह ने प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के तहत 12.60 करोड रुपए की लागत से हर्रैया सतघरवा ब्लॉक के...